सूरजपुर/ कलेक्टर श्री एस जयवर्धन के निर्देशानुसार एवं ज़िला पंचायत सीईओ श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू के मार्गदर्शन में ग्राम पंचायत स्तर पर फैसिलिटेटर एवं जनपद स्तर के अधिकारी कर्मचारियों को जन योजना अभियान (जीपीडीपी) निर्माण की प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में फैसिलिटेटर के रूप में समस्त ग्राम पंचायत के सचिव/रोजगार सहायक उपस्थित होकर प्रशिक्षण प्राप्त किया।
विदित हो कि उक्त प्रशिक्षण में समस्त विभागीय योजनाओ से कार्य सम्मिलित करने के लिए बताया गया। इसमें यह भी बताया गया कि सभी ग्राम पंचायत, 9 थीम में से एक थीम का चयन करें और उक्त चयनित थीम के कार्यों को शत प्रतिशत कार्य योजना में सम्मिलित करे और उस थीम को उस ग्राम पंचायत सेसंतृप्त करे साथ ही वर्ष 2030 तक पूरे 9 थीम से संबंधित कार्यों को संतृप्त करना है , साथ ही समस्त विभागीय योजनाओं के कार्यों को भी सम्मिलित कर एक गुणवत्तापूर्ण कार्ययोजना तैयार करने के निर्देशित किया गया। श्री शशि सिन्हा जिला समन्वयक ने बताया कि उक्त कार्य हेतु राज्य स्तर से 02 अक्टूबर 2024 से 31 मार्च 2025 के मध्य जिला जनपद एवं ग्राम पंचायत में सामान्य सभा व ग्राम सभा का आयोजन कर आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए कार्य योजना का निर्माण कर ई ग्राम स्वराज पोर्टल में ऑनलाइन अपलोड किया जाना है।
उक्त कार्य के निर्वहन हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर फैसिलिटेटर के रूप में सचिव अथवा रोजगार सहायक को नियुक्त किया जाता है। प्रत्येक ग्राम पंचायत , जनपद एवं जिला स्तर के लाइन विभाग के अधिकारियों को फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में नामांकित किया जाता है।
कार्य योजना निर्माण हेतु कम से कम 2 ग्राम सभा का आयोजन किया जाना अनिवार्य – (1.) प्रथम ग्राम सभा 2 अक्टूबर 2024 चर्चा हेतु , तथा उसके उपरांत 31 जनवरी 2024 के पूर्व दूसरी ग्राम सभा/ सामान्य सभा की शेड्यूलिंग जीपीडीपी पोर्टल पर की जाती है।
(2.) ग्राम सभा/ सामान्य सभा के आयोजन उपरांत फैसिलिटेटर की आईडी से ऑनलाइन फैसिलिटेटर फीडबैक फॉर्म भरा जाना अनिवार्य होता है।
(3.) आयोजित ग्राम सभा की फोटो वह वीडियो क्लिप को ग्राम सभा निर्णय एप्प में अनिवार्य रूप से अपलोड किया जाना होता है।
(4.) ग्राम सभा से अनुमोदित कार्य योजना ही ई ग्राम स्वराज पोर्टल में अपलोड की जाती है ।
(5.) ग्राम पंचायत स्तर पर जीपीडीपी निर्माण की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2025 होगी।
(6.) जनपद स्तर पर बीपीडीपी निर्माण की अंतिम तिथि 28 फरवरी 2025 होगी एवं जिला स्तरीय डीपीडीपी निर्माण की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 होगी।
उक्त गाइडलाइन को एवं समय सीमा को ध्यान में रखते हुए संपूर्ण गतिविधियों पूर्ण करने हेतु सभी संबंधित फैसिलिटेटर एवं जनपद स्तरीय अधिकारी कर्मचारियों को अवगत कराया गया।
इसी तारतम्य में उपसंचालक पंचायत ने अवगत कराया कि जिला/ जनपद एवं ग्राम पंचायत स्तर पर अलग-अलग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं जिससे कि कार्याे को आसानी से समयावधि में पूर्ण कराया जा सके । जैसे कि जिला स्तर पर नोडल अधिकारी श्री ऋषभ सिंह चंदेल उपसंचालक पंचायत नोडल अधिकारी एवं श्री शशि सिन्हा सहायक नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त है साथ ही अलग-अलग विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी कर्मचारियों को भी उक्त कार्यों के निर्वहन हेतु आदेशित की गई है।
इसी प्रकार जनपद स्तर पर नोडल अधिकारी के रूप में समस्त जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को नोडल अधिकारी समस्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा को सहायक नोडल अधिकारी तकनीकी एवं अन्य सभी कार्य हेतु संबंध जनपद पंचायत के संकाय सदस्य एवं करारोपण अधिकारियों को कार्य क्रियान्वयन हेतु 15वें वित्त से संबंधित समस्त जनपद के शाखा लिपिक को एवं विभिन्न प्रकार के ग्राम पंचायत से मोबाइल ऐप के द्वारा कार्य किए जाने हेतु सहयोग प्रदान करने के लिए क्षेत्र प्रभारी के रूप में समस्त तकनीकी सहायकों को आदेशित की गई है इसी प्रकार ग्राम पंचायत स्तर पर समस्त सचिवों को फैसिलिटेटर एवं लाइन डिपार्टमेंट के अधिकारियों को फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू ने बताया कि यदि तीनों स्तर पर आदेशित किया गए अधिकारी कर्मचारी सही तरीके से अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे तो हमारे जिले से यह कार्य बहुत ही आसानी से पूर्ण किया जा सकता है ।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय किसान दिवस की दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की जयंती पर उन्हेें किया नमन
रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सभी किसानो को राष्ट्रीय किसान दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानो के हितों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने किसानों से 21 क्विंटल के मान से 3100 रुपये में धान खरीदी करने के साथ ही 3716 करोड़ रुपए धान बोनस की राशि भी किसानों को प्रदान की है। श्री साय ने कहा कि किसानों के मसीहा माने जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की जयंती 23 दिसम्बर को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय में दृढ़ विश्वास रखने वाले चौधरी चरण सिंह किसानों के लिए किए गए कार्यों के लिए हमेशा याद किये जाएंगे।