भारत के राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मृर्मु को अपने बीच पाकर छत्तीसगढ़ के लोग हमेशा गौरवान्वित होते हैं, विशेष रूप से यहां के जनजातीय समाज स्वयं को बहुत प्रतिष्ठित महसूस कर रहा है।छत्तीसगढ़ के गौरवशाली ‘पुरखौती मुक्तांगन‘ में आयोजित सरगुजा प्रखण्ड के लोकार्पण और महतारी वंदन की 9 वीं किस्त की राशि के अंतरण के अवसर पर छत्तीसगढ के आदिवासी समुदाय के लोगों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदायों के लोग अपनी जीवन-पद्धति, खान-पान, लोक-नृत्य, लोक-संगीत, लोकवाद्यों, कलाओं रीति-रिवाजों, तीज-त्यौहारों, अस्थाओं और अन्य आदिम परंपराओं को सहेज कर रखा है। नर्तक दलों ने अपने नृत्य के माध्यम से बताया कि जनजातीय समाज के गौरव और आत्मसम्मान को बढ़ाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। जनजातीय समाज का कल्याण करने सरकार प्रतिबद्ध है। छत्तीसगढ़ के गौरवशाली ‘पुरखौती मुक्तांगन‘ में भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु को अपने बीच पाकर हमारे छत्तीसगढ के आदिवासी समुदाय के लोगों ने अपनी पहचान नृत्य के माध्यम में प्रस्तुत की। जिला सरगुजा, विकासखण्ड मैनपाट के ग्रमा डांगबुड़ा के नर्तक दल ने सरगुजा संभाग के आदिवासियों के प्रसिद्ध लोकनृत्य करमा का पुरूष पारंपरिक वेशभूषा में धोती, कुर्ता, पगड़ी, मयूरपंख सहित और महिलाएं साड़ी- ब्लाउज के साथ पैर में घुंघरू पहनकर मांदर और झांझ बजाते हुए नृत्य का प्रदर्शन किए। करमा नृत्य लगभग हर खुशी के अवसर पर किया जाता है। इसी प्रकार दंतेवाडा जिला के विपकासखण्ड गीदम के ग्राम जोड़तराई के नर्तकदल ने गौर नृत्य कर पारंपरिक बस्तर के विभिन्न त्यौहारों के जैसे- अमुस तिहार, नवाखाई आमा पण्डुम, शादी-विवाह आदि में महिलाओं और पुरूषों के द्वारा मिलकर सामुहिक रूप से पांरपरिक तरीके से नृत्य का प्रदर्शन किए। जिला जशपुर के विकासखण्ड कांसाबेल के ग्राम टाटीडांड के नर्तकों ने करमा अपने नृत्य के माध्यम से बताया कि करमा दशहरा के चार दिन बाद गाड़ते हैं, शाम को करम डगाल काटकर गाड़तें हैं और रातभर करमा नृत्य करते हैं । यही राजी करमा के नाम से भी जाना जाता है। इस करमा को बड़े घुमघाम से मनाया जाता है। इसी प्राकर दीपावली करमा दीपावली के दिन शाम को करम पेड से डगाल काटकर गाडते हैं और और रातभर करमा नृत्य करते हुए सुबह विसर्जन करते हैं। इस करमा में गोवर्धन पूजा, लक्ष्मी पूजा भी करते हैं।कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग श्री सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति श्री अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास श्री नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति श्री विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।
महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण को मिल रहा बढ़ावा – वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी
राज्य शासन के एक वर्ष पूर्ण होने पर जनादेश परब के अवसर पर महतारी वंदन सम्मेलन का हुआ आयोजन
महतारी वंदन योजना से महिलाओं को परिवार और समाज में मिला सम्मान
महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने महतारी शक्ति ऋण योजना की गई शुरू: वित्त मंत्री
राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर किया गया सम्मानित
रायपुर, । राज्य शासन के एक वर्ष पूर्ण होने पर जनादेश परब के अवसर पर आज महतारी वंदन सम्मेलन राजनांदगांव के पद्मश्री गोंविद राम निर्मलकर ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी शामिल हुए। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने महतारी वंदन योजना के लाभार्थियों को शॉल और श्रीफल देकर सम्मान किया। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत खेल, शिक्षा, कला के क्षेत्र में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महिला कोष के तहत 4 महिला स्वसहायता समूहों को आर्थिक गतिविधियां संचालित करने के लिए चेक का वितरण किया गया। सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को पास बुक का वितरण किया गया।
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि शासन द्वारा महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना सबसे महत्वपूर्ण योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव के नेतृत्व में सरकार बनने के तीसरे महीने ही महतारी वंदन योजना शुरू की गई और 70 लाख माता-बहनों को महतारी वंदन योजना का लाभ दिया जा रहा है। महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। महतारी वंदन योजना की राशि महिलाओं के सम्मान के लिए दी जा रही है। महिलाओं को परिवार और समाज में सम्मान सुनिश्चित करने वाली योजना है। घर में कोई जरूरत बच्चों की शिक्षा के लिए, बच्चों के स्वास्थ्य, अपने स्वास्थ्य जैसे छोटे-छोटे जरूरतों को महिलाएं पूरा कर पाती है। उन्होंने कहा कि गांव-गांव, गली-गली योजना की राशि एकत्र कर सिलाई मशीन, पार्लर खोलकर जैसे अन्य महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। यह महतारी वंदन योजना का प्रभाव है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ग्रामीण विकास बैंक द्वारा महतारी शक्ति ऋण योजना शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना के हितग्राहियों योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना में बिना मॉर्गेज के 25 हजार रूपए का ऋण निकालकर स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते है।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि राज्य शासन द्वारा महतारियों के लिए महतारी सदन योजना शुरू की है। योजना के अंतर्गत गांव-गांव में महतारी सदन बन जाएगा। जहां महिलाएं अपनी बैठक, कार्यक्रम एवं प्रशिक्षण कर सकते हैं। उन्होंने सभी महिलाओं को अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाने कहा। बच्चों को पढ़ाने से उनका सही विकास होता है। उन्होंने कहा कि माता-बहनों को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लखपति दीदी, ड्रोन दीदी योजना शुरू की गई है जिससे महिलाएं सशक्त हो सकें। वास्तविक अर्थों में देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा निर्वाचन में महिलाओं के आरक्षण से महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा राशन कार्ड, आवास योजना, महतारी वंदन योजना महिलाओं के नाम कर उन्हें सशक्त किया जा रहा है। इस अवसर पर आईजी श्री दीपक झा, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग, बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण सहित महिला लाभार्थी उपस्थित थे।