विद्यार्थियों को मिलने लगा अब बेहतर शैक्षणिक माहौल

118 लेक्चरर, 96 शिक्षक और 263 सहायक शिक्षकों, 40 पीवीटीजी सहित 500 से अधिक शिक्षकों की हुई नियुक्ति

शिक्षकों की नियुक्ति में विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार पहाड़ी कोरवा, बिरहोर समाज को मिली वरीयता

रायपुर / कुछ समय पहले तक अपने विद्यालय में शिक्षकों की कमी को लेकर विद्यार्थी परेशान थे। स्कूलों में विषय से संबधित शिक्षक नहीं होन या फिर एकमात्र शिक्षक होने और कभी-कभी उनके अवकाश में रहने से अध्यापन ठप होने जाने की शिकायत पालकों की भी रहती थी। कई बार शिक्षकों की कमी को लेकर प्रदर्शन तक भी होते रहते थे। शिक्षकों की कमी का सबसे ज्यादा खामियाजा विद्यार्थियों को ही भुगतना पड़ता था। समय पर पाठयक्रम पूरे नहीं होते थे तो उन्हें विषय का ज्ञान भी नहीं मिल पाता था। कई बार तो शिक्षकों की कमी को देखते हुए कुछ विद्यार्थी अपने आसपास के विद्यालयों से दूर जाकर अन्य विद्यालय तक में पढ़ाई करते थे। वहीं शिक्षक नहीं होने पर सीमित संख्या में उपलब्ध शिक्षकों के कंधे पर भी अन्य विषयों का अध्यापन कराने की मजबूरी आ जाती थी। कुछ इन्हीं समस्याओं को ध्यान रखकर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए नवाचारी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के दिशा निर्देशन में कलेक्टर श्री अजीत वसंत द्वारा कोरबा जिले में बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार किया जा रहा है। जिले में सैकड़ों ऐसे विद्यालय थे, जहां शिक्षकों की कमी थीं, उन विद्यालयों में विषय से संबंधित लेक्चचर, शिक्षकों, सहायक शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। अब शिक्षक नियुक्त हो जाने से विद्यालयों में अध्यापन व्यवस्था पहले से बेहतर हो गई है। 
कोरबा जिले में शिक्षा व्यवस्था को पहले से और बेहतर बनाने की दिशा में लगातार कार्य किए जा रहे हैं।कोरबा  जिले में दो हजार से अधिक विद्यालय है। हायर सेकेण्डरी, माध्यमिक शाला, प्राथमिक शाला विद्यालय में शिक्षकों की कमी की शिकायत लगातार कलेक्टर के पास आती रहती थी। उन्होंने जिला खनिज संस्थान न्यास के माध्यम से सभी विद्यालयों की जानकारी जुटाकर शिक्षकों की कमी को दूर करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए। हायर सेकेण्डरी स्कूलों में विषय शिक्षकों की भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मंगाए गए और निर्धारित अर्हता पूरी करने वाले उम्मदवारों का चयन किया गया। प्राथमिक शाला कोरई में मानदेय के आधार पर नियुक्त हुई शिक्षिका चंद्रिका पैंकरा और प्राथमिक शाला कदमझेरिया की शिक्षिका शकुंतला कंवर ने बताया कि स्कूल में अतिथि शिक्षक के रूप में जिम्मेदारी मिलने के बाद वे भी जिम्मेदारी के साथ बच्चों का अध्यापन करा रहे हैं। यह खुशी की बात है कि शिक्षकों की नियुक्ति में पारदर्शिता बरतते हुए गांव के बेरोजगार योग्य युवाओं को भी अवसर दिया गया है। जिले के हायर सेकेण्डरी स्कूलों में कुल 118 लेक्चरर की नियुक्ति की गई। इसी तरह माध्यमिक शाला में 96 शिक्षकों और प्राथमिक शाला में 263 सहायक शिक्षकों सहित 40 पीवीटीजी शिक्षकों की नियुक्ति की गई। कुल 517 शिक्षकों की नियुक्ति जिले में की गई है। सभी शिक्षकों को मानदेय के आधार पर रखा गया है और डीएमएफ से उन्हें प्रतिमाह वेतन दिया जाता है। जिसमें रिक्त पदों के विरूद्ध शिक्षकों की नियुक्ति हो जाने से विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षिक माहौल मिलने लगा है। उनका समय पर पाठयक्रम पूरा हो रहा है वहीं विषय ज्ञान का स्तर भी सुधरने लगा है। एकल शिक्षकीय विद्यालयों में भी शिक्षकों को राहत मिली है। अभिभावक भी इस व्यवस्था से संतुष्ट है। खास बात यह भी है कि शिक्षकों की नियुक्ति में जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार पहाड़ी कोरवा, बिरहोर समाज को भी वरीयता दी गई है। उन्हें भी उनकी योग्यता के आधार पर जिले के अनेक विद्यालयों में शिक्षक सहित भृत्य एवं अन्य पदों पर रखा गया है, ताकि वे आर्थिक रूप से मजबूत होकर समाज की मुख्यधारा में आ सकें। 

भृत्यों की नियुक्ति सहित अन्य सुविधाओं पर भी दिया गया है ध्यान –

जिले के हायर सेकेण्डरी, माध्यमिक शाला, प्राथमिक शाला विद्यालय में लेक्चचर, शिक्षकों, सहायक शिक्षकों की नियुक्ति तो की ही गई है। इसके साथ ही विद्यालयों में 270 भृत्य भी नियुक्त किए गए हैं। कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने जर्जर विद्यालयों की भी सुध ली है। उन्होंने जर्जर भवनों की जानकारी मंगाकर नए भवन स्वीकृत किए हैं। जिले में संचालित शासकीय संस्थाओं के भवन, किचन शेड, शौचालय इत्यादि की वर्तमान स्थिति की समीक्षा कर आवश्यकता अनुसार स्वीकृति दी गई है। जिले के परीक्षा परिणाम में सुधार हेतु केंद्रीय परीक्षा पद्धति अपनाते हुए जिले के समस्त विद्यालय हेतु पाठ्यक्रम निर्धारित कर नियत समय पर त्रैमासिक एवं अर्धवार्षिक परीक्षा संचालित करने हेतु निर्देशित किया गया है। कक्षा 10वीं एवं 12वीं के कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए बोर्ड परीक्षा के पूर्व शैक्षणिक स्तर में सुधार हेतु नवीन कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिले के 2100 से अधिक प्राइमरी तथा मिडिल स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने नाश्ते वितरण कराए जा रहे हैं। खाना पकाने गैस कनेक्शन दी गई है। विद्यालयों में आवश्यक संसाधान मुहैया कराया जा रहा है और शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

  • Related Posts

    महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण को मिल रहा बढ़ावा – वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी

    राज्य शासन के एक वर्ष पूर्ण होने पर जनादेश परब के अवसर पर महतारी वंदन सम्मेलन का हुआ आयोजन

    महतारी वंदन योजना से महिलाओं को परिवार और समाज में मिला सम्मान

    महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने महतारी शक्ति ऋण योजना की गई शुरू: वित्त मंत्री

    राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर किया गया सम्मानित

    रायपुर, । राज्य शासन के एक वर्ष पूर्ण होने पर जनादेश परब के अवसर पर आज महतारी वंदन सम्मेलन राजनांदगांव के पद्मश्री गोंविद राम निर्मलकर ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी शामिल हुए। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने महतारी वंदन योजना के लाभार्थियों को शॉल और श्रीफल देकर सम्मान किया। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत खेल, शिक्षा, कला के क्षेत्र में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महिला कोष के तहत 4 महिला स्वसहायता समूहों को आर्थिक गतिविधियां संचालित करने के लिए चेक का वितरण किया गया। सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को पास बुक का वितरण किया गया।

    वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि शासन द्वारा महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना सबसे महत्वपूर्ण योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव के नेतृत्व में सरकार बनने के तीसरे महीने ही महतारी वंदन योजना शुरू की गई और 70 लाख माता-बहनों को महतारी वंदन योजना का लाभ दिया जा रहा है। महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। महतारी वंदन योजना की राशि महिलाओं के सम्मान के लिए दी जा रही है। महिलाओं को परिवार और समाज में सम्मान सुनिश्चित करने वाली योजना है। घर में कोई जरूरत बच्चों की शिक्षा के लिए, बच्चों के स्वास्थ्य, अपने स्वास्थ्य जैसे छोटे-छोटे जरूरतों को महिलाएं पूरा कर पाती है। उन्होंने कहा कि गांव-गांव, गली-गली योजना की राशि एकत्र कर सिलाई मशीन, पार्लर खोलकर जैसे अन्य महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। यह महतारी वंदन योजना का प्रभाव है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ग्रामीण विकास बैंक द्वारा महतारी शक्ति ऋण योजना शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना के हितग्राहियों योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना में बिना मॉर्गेज के 25 हजार रूपए का ऋण निकालकर स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते है।
    वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि राज्य शासन द्वारा महतारियों के लिए महतारी सदन योजना शुरू की है। योजना के अंतर्गत गांव-गांव में महतारी सदन बन जाएगा। जहां महिलाएं अपनी बैठक, कार्यक्रम एवं प्रशिक्षण कर सकते हैं। उन्होंने सभी महिलाओं को अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाने कहा। बच्चों को पढ़ाने से उनका सही विकास होता है। उन्होंने कहा कि माता-बहनों को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लखपति दीदी, ड्रोन दीदी योजना शुरू की गई है जिससे महिलाएं सशक्त हो सकें। वास्तविक अर्थों में देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा निर्वाचन में महिलाओं के आरक्षण से महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा राशन कार्ड, आवास योजना, महतारी वंदन योजना महिलाओं के नाम कर उन्हें सशक्त किया जा रहा है। इस अवसर पर आईजी श्री दीपक झा, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग, बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण सहित महिला लाभार्थी उपस्थित थे।

    महतारी वंदन योजना की राशि से इंदू कर रही अपने बच्चों के सपने पूरे

    सूरजपुर/महतारी वंदन योजना को लेकर ग्राम पंचायत पालदनौली विकास खण्ड ओड़गी जिला सूरजपुर की निवासी श्रीमती इंदू सिंह पति श्री उदित सिंह बताती हैं कि इस योजना से प्राप्त राशि से उन्हें आर्थिक संबल मिला है। उन्होंने बताया कि वे कक्षा 08 वीं तक पढ़ाई की है लेकिन वे अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत उनके खाते में माह नवम्बर तक की 09 किस्त की राशि प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इस योजना से प्राप्त राशि के द्वारा उन्होंने बच्चों की पढ़ाई के लिये कॉपी पुस्तक पेन खरीदी तथा घर के लिये राशन व सब्जी भी खरीदी। इस योजना ने मुझे आर्थिक रुप से सशक्त बनाया है, जिससे मैं अपने दैनिक जरुरतों को पूरा कर पा रही हूं।

    महतारी वंदन योजना का लाभ मिलने पर श्रीमती इंदू सिंह ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये महतारी वंदन योजना को महिलाओं के आर्थिक उन्नती के लिए संचालित सार्थक योजना बताया है।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण को मिल रहा बढ़ावा – वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी

    महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण को मिल रहा बढ़ावा – वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी

    महतारी वंदन योजना की राशि से इंदू कर रही अपने बच्चों के सपने पूरे

    महतारी वंदन योजना की राशि से इंदू कर रही अपने बच्चों के सपने पूरे

    मां बागेश्वरी देवी लोक न्यास ट्रस्ट कुदरगढ़ का निर्वाचन शांतिपूर्ण संपन्न

    मां बागेश्वरी देवी लोक न्यास ट्रस्ट कुदरगढ़ का निर्वाचन शांतिपूर्ण संपन्न

    लाईवलीहुड कॉलेज में संचालित मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनांतर्गत बैच के हितग्राहियों व स्टाफ का कराया गया प्रकृति परीक्षण

    लाईवलीहुड कॉलेज में संचालित मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनांतर्गत बैच के हितग्राहियों व स्टाफ का कराया गया प्रकृति परीक्षण

    *महिलाओं का आर्थिक रूप से सशक्त होना उनके पूरे भविष्य को तय करता हैः मंत्री श्रीमती राजवाड़े*

    *महिलाओं का आर्थिक रूप से सशक्त होना उनके पूरे भविष्य को तय करता हैः मंत्री श्रीमती राजवाड़े*

    *खाद्य विभाग द्वारा 25 क्विंटल अवैध धान जब्त*

    *खाद्य विभाग द्वारा 25 क्विंटल अवैध धान जब्त*